विश्व भूगोल के महत्वपूर्ण रोचक तथ्य।

इसमें विश्व भूगोल के महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में चर्चा की गई है, जैसे कि ब्रह्मांड का स्थान, महासागरों का महत्व, जलवायु और जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, और भूगोलीय रूपरेखा के अंतरात्मक संबंध। इस आर्टिकल में आप विश्व भूगोल World Geography के महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में अध्ययन करेंगे

ब्रह्माण्ड 

  • टाॅलेमी ने माना कि ब्रह्माण्ड के केन्द्र में पृथ्वी है वहीं काॅपरनिकस ने (1543 ई.) सूर्य को ब्रह्माण्ड के केन्द्र में माना।
  • अरस्तू ने सर्वप्रथम पृथ्वी को गोलाकार माना जाता था।
  • प्रायः ऐसा माना जाता है कि ब्रह्माण्ड की उत्पत्ती आज से लगभग 15 अरब वर्ष पूर्व बिग बैंग की घटना से हुई ।
  • ब्रह्माण्ड की उत्पत्ती का बिग बिग बैंग सिध्दांत जार्ज लेमेटेयर ने दिया था ।
  • असंख्य तारो के समूह को आकाशगंगा (गैलैक्सी) कहते है । एक अनुमान के अनुसार ब्रह्माण्ड में 10000000000 मिलियन आकाशगंगाए है ।
  • हमारा सौरमण्डल जिस आकाशगंगा में स्थित है,उसे मंदाकनी कहते हैं । यह सर्पिलाकार है।
  • ऑरियन नेबुला हमारी आकाशगंगा के सबसे शीतल एंव चमकीले तारों का समूह है ।
  • हाइड्रा सबसे बड़ा ज्ञात तारामण्डल है ।
  • सेन्टॅारस सबसे चमकीला तरामण्डल है ।
  • पृथ्वी के निकटतम तारे क्रमशः सूर्य एवं प्रोक्सिमा सेंचुरी हैं । साइरस सबसे चमकीला तारा है ।
  • सूर्य के केन्द्र से बाहर की ओर क्रमशः केन्द्र,फोटोस्फीयर,क्रोमोस्फीयर एंव कोरोना परतें होतीं है ।
  • हमारे सौरमण्डल में कुल 8 ग्रह – बुध,शुक्र,पृथ्वी,मंगल,बृहस्पति,शनि,अरुण (यूरेनस) एवं वरुण (नेपच्यून) हैं ।
  • आकार के अनुसार ग्रहों का क्रम क्रमशः बृहस्पति,शनि,अरुण,वरुण,पृथ्वी,शुक्र,मंगल एवं बुध हैं ।
  • सूर्य से बढ़ती दूरी के आधार पर ग्रहों का क्रम क्रमशः बुध,शुक्र,पृथ्वी,मंगल,बृहस्पति,शनि,अरुण एवं वरुण हैं ।
  • शुक्र एवं अरुण को छोड़कर अन्य सभी ग्रहों के घूर्णन एवं परिक्रमण की दिशा (पश्चिम से पूर्व) एक ही हैं ।
  • बुध,शुक्र,पृथ्वी तथा मंगल ग्रह को आन्तरिक ग्रह माना जाता हैं ।
  • क्षुद्रग्रह ये मंगल एवं बृहस्पति ग्रह की कक्षाओं के बीच पाए जाने वाले छोटे-छोटे आकाशीय पिण्ड हैं – जैसे : फोरवेस्टा,आटेन।
  • धूमकेतु ये गैस धूल के संग्रह हैं,जो आकाश में लम्बी चमकदार पूँछ सहित प्रकाश के चमकीले गोले के रुप में दिखते हैं। जैसे – हेली धूमकेतु ।
  • उल्का ये क्षूद्र ग्रहों के टुकड़े तथा धूमकेतुओं द्वारा पीछे छोड़े गए धूलकण हैं ।

सौरमण्डल

सौरमण्डल Quick Digest –

सबसे बड़ा ग्रहबृहस्पति (Jupiter)
सबसे छोटा ग्रहबुध (Mercury)
पृथ्वी का उपग्रहचंद्रमा (Moon)
सर्य के सबसे निकट ग्रहबुध (Mercury)
सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रहवरुण (Neptune)
पृथ्वी के सबसे निकट स्थित ग्रहशुक्र (Venus)
सबसे अधिक चमकीला ग्रहशुक्र (Venus)
सबसे अधिक चमकीला तारासाइरस (Dog Star)
सबसे अधिक उपग्रहों वाला ग्रहबृहस्पति (Jupiter)
सबसे अधिक ठण्डा ग्रहवरुण (Neptune)
सबसे अधिक गर्म ग्रहशुक्र (Venus)
रात्रि में लाल दिखाई देने वाला ग्रहमंगल (Mars)
सबसे बड़ा उपग्रहगैनीमेड (Gannymede)
सबसे छोटा उपग्रहडीमोस (Deimos)
नीला ग्रहपृथ्वी (Earth)
भोर का ताराशुक्र (Venus)
साँझ का ताराशुक्र (Venus)
पृथ्वी की बहनशुक्र (Venus)
हरा ग्रहवरुण (Neptune)
विशाल लाल धब्बे वाला ग्रहबृहस्पति (Jupiter)

सूर्य Quick Digest –

पृथ्वी से न्यूनतम दूरी14.70 करोड़ किमी
पृथ्वी से अधिकतम दूरी15.21 करोड़ किमी
पृथ्वी से मध्यम दूरी14.98 करोड़ किमी
सूर्य का व्यास13,92,200 किमी
सूर्य का अर्धव्यास6,96,100 किमी (पृथ्वी के अर्ध व्यास से 109 गुना अधिक)
आयतनपृथ्वी से 13 लाख गुना अधिक
द्रव्यमानपृथ्वी से 3,32,000 गुना
फोटोस्फीयर ताप6000 डिग्री सेग्रे
केन्द्र का ताप15 मिलियन डिग्री सेग्रे
ऊर्जा उत्सर्जन100,000,000,000,000,000,000,000,000 जूल/सेकण्ड
घूर्णन अवधि25.38 दिन
रासायनिक संघटनहाइड्रोजन 71% ,हीलिम 26.5 % तथा अन्य तत्व 2.5%
आयुलगभग 5 बिलियन वर्ष
प्रकाश को पृथ्वी पर पहुँचने में लगने वाला समय8 मिनट,18 सेकण्ड
सूर्य के प्रकाश की चाल3 लाख किमी/सेकण्ड

चंद्रमा Quick Digest –

पृथ्वी से माध्य दूरी3,82,200 किमी
व्यास3,475 किमी
चंद्रमा का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान के अनुपात में1ः8ः1
चंद्रमा तथा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बलों में अनुपात1ः6
चन्द्रमा की सतह का अद्रश्य भाग41%
चंद्रमा की पृथ्वी से अधिकतम दूरी4,06,000 किमी
चंद्रमा की पृथ्वी से न्यूनतम दूरी3,64,000 किमी
चंद्रमा की पृथ्वी के चारों ओर घूमने की अवधि (परिभ्रमणकाल)27 दिन,7 घण्टे,43 मिनट,11.47 सेकण्ड
चंद्रमा की घूर्णन अवधि (अपने अक्ष पर)27 दिन,7 घण्टे,43 मिनट,11.47 सेकण्ड
चंद्रमा के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में लगा समय1.28 सेकण्ड
चंद्रमा के उच्चतम पर्वत की ऊँचाई35,000 फीट (लीबनिट्ज पर्वत जो दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है)

ग्रह Quick Digest –

ग्रहसूर्य की परिक्रमा अवधिअपने अक्ष पर घूर्णन की अवधिउपग्रह संख्या
बुध88 दिन59 दिन0
शुक्र225 दिन243 दिन0
पृथ्वी365 दिन24 घंटे1
मंगल686 दिन24.6 घंटे2
बृहस्पति11.9 वर्ष9.8 घंटे79
शनि29.5 वर्ष10.2 घंटे82
अरूण84 वर्ष10.8 घंटे27
वरूण165 वर्ष15.8 घंटे14

पृथ्वी Quick Digest –

पृथ्वी की अनुमानित आयु4.6 अरब वर्ष
सम्पूर्ण धरातलीय क्षेत्रफल51,01,00,500 वर्ग किमी
भूमी क्षेत्रफल (29.08%)14,89,50,800 वर्ग किमी
जलीय क्षेत्रफल (सम्पूर्ण धरातल का 70.92%)36,11,49,700 वर्ग किमी
औसत घनत्व5.52 ग्राम प्रति घन सेमी
विषुवत् रेखीय व्यास12,756 किमी
ध्रुवीय व्यास12,714 किमी
गुरूत्वाकर्षण से बाहर निकलने के लिए आवश्यक निर्गमन गति11.2 किमी/सेकण्ड
पृथ्वी का द्रव्यमान5976 ×   किग्रा
पृथ्वी का आयतन10,83,20,88,40,000 घन किमी
समुद्र तल से पृथ्वी की सर्वाधिक ऊँचाई8,848 मी ( माउण्ट एवरेस्ट )
समुद्र तल से सागर की सर्वाधिक गहराई11,022 मी ( मेरियाना ट्राँच ) प्रशांत महासागर ,फिलीपीनस के पूर्व में
पृथ्वी के धरातल का सर्वाधिक निचला स्थानमृत सागर ( Dead Sea ) 396 मी ( इजराइल ,जॅार्डन )
पृथ्वी द्वारा अपने अक्ष पर घूर्णन अवधि23 घंटे ,56 मिनट ,4 सेकण्ड
पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि365 दिन, 5 घंटे, 48 मिनट
अक्ष की कक्ष के तल से झुकाव23.5 डिग्री
सूर्य से माध्य दूरी14,94,07,7,000 किमी
भूमध्य रेखा पर परिधि40,075 किमी
ध्रुवीय परिधि40,024 किमी
सूर्य से सबसे नजदीक की अवस्था उपसौर3 जनवरी
सूर्य से सबसे ज्यादा दूरी की अवस्था सूर्योच्च या अपसौर4 जुलाई
धरातल का औसत तापमान 61∘F(16∘C)
  • पृथ्वी की आकृति गोलाभ ( Geoid ) है ।
  • पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण दिन एवं रात की घटना होती है। पृथ्वी की परिक्रमण गति के कारण ऋतु परिवर्तन होता है।
  • नक्षत्र दिवस का मान 23 घंटे ,56 मिनट तथा 0.099 सेकण्ड होता है ।
  • पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर 365.24 दिन मे लगाती है ।
  • पृथ्वी के नीचे जाने पर प्रति 32 किमी की गहराई पर 1 डिग्री सेल्ससियस तापमान बढ़ता जाता है।
  • बसंत विषुव की घटना 21 मार्च ( दिन-रात समान ) को तथा शरद् विषुव की घटना 23 सितम्बर ( दिन-रात समान ) को होती है ।
  • सूर्य ग्रहण की घटना सदैव अमावस्या को ही होती है। सूर्यग्रहण की घटना में पृथ्वी एवं सूर्य के बीच चन्द्रमा आ जाता है। पर्ण सूर्यग्रहण के समय सूर्य के दिखाई देने वाले भाग को सूर्य किरीट ( Corona ) कहते हैं।
  • एक वर्ष में न्यूनतम दो एवं अधिकतम सात ग्रहण हो सकते है।
  • चन्द्रग्रहण की घटना, सूर्य एवं चन्द्रमा के बीच पृथ्वी के आ जाने के कारण होती है।
  • चन्द्रग्रहण सदैव पूर्णिमा को पड़ते हैं।
  • ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई काल्पनिक रेखाओं को अक्षांश कहते हैं।
  • अक्षांश रेखाओं की कुल संख्या 180 हैं।
  • प्रति 1 डिग्री की अक्षांशीय दूरी लगभग 111 किमी होती है । 0 डिग्री अक्षांश रेखा को भूमध्य रेखा ( Equator ) भी कहते हैं।
  • 23.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश को कर्क रेखा तथा 23.5 डिग्री दक्षिणी अक्षांश को मकर रेखा कहते हैं ।
  • पृथ्वी पर दो अक्षांशों के मध्य कोणीय दूरी को देशान्तर कहते हैं। दो देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी गोरे नाम से जानी जाती हैं।
  • 0 डिग्री देशान्तर रेखा (ग्रीनविच रेखा) को पृथ्वी की मानक समय रेखा माना जाता हैं।
  • पृथ्वी 4 मिनट में 1 डिग्री देशान्तर की दूरी तय करती हैं ।
  • अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा की कल्पना 180 डिग्री देशान्तर पर उत्तर से दक्षिण की गई हैं । इस रेखा के पूर्व एवं पश्चिम में एक दिन का अन्तर माना जाता हैं ।

स्थलमण्डल

  • पृथ्वी की आन्तरिक संरचना को क्रमशः क्रस्ट ( भूपर्पटी ), मैण्टल एवं कोर ( केन्द्रीय भाग ) नामक तीन परतों में विभाजित किया जाता हैं।
  • क्रस्ट में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व ऑक्सीजन ( 46.8%)हैं।
  • भूपर्पटी की रचना सियाल तथा सीमा पदार्थों से हुई है। ‘सियाल’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम डेली ने किया ।
  • सम्पर्ण पृथ्वी पर लोहा सर्वाधिक (35%) मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है । पृथ्वी पर 70.2% भाग में जलमण्डल तथा 29.8% भाग में स्थलमण्डल है।
  • बनावट की प्रक्रिया के आधार पर चट्टानों को तीन भागों में बाँटा गया है- आग्नेय चट्टानें ,अवसादी चट्टानें एवं रूपान्तरित चट्टानें।

चट्टानों का रूपान्तरण

मूल चट्टानरूपान्तरित चट्टान
शैलस्लेट
चूना पत्थरसंगमरमर
चॅाक तथा डोलोमाइटसंगमरमर
बलुआ पत्थरक्वाटर्जाइट
ग्रेनाइटनीस
बेसाल्टएम्फीबोलाइट
स्लेटफाइलाइट

विश्व के प्रमुख ज्वालामुखी

ज्वालामुखीदेश / स्थल
कोटोपेक्सीइक्वेडोर
ओज़ोस डेल सलांडोअर्जेंटीना चिली
मोनालोआअमेरिका (हवाई द्वीप )
इरेबसअंटार्कटिका
एटनाइटली (सिसली)
सेण्ट हेलेनाअमेरिका
विसुवियसइटली (नेपल्स खाड़ी)
किलाउयाहवाई द्वीप
स्ट्राम्बोलीसिसली द्वीप (इटली)
क्राकाटोआइंडोनेशिया

उत्पत्ति के आधार पर पर्वतों के प्रकार

वलित या मोड़दार पर्वतहिमालय (भारत),आल्पस (यूरोप),राॅकी (उत्तरी अमेरिका) एण्डीज (दक्षिण अमेरिका)
ब्लाॅक या अवरोधी पर्वतविन्ध्याचल एवं सतपुड़ा (भारत) वास्जेस (फ्रांस) ब्लैक फाॅरेस्ट (जर्मनी) सिएरा नेवेदा (कैलिफोरनिया)
ज्वालामुखी पर्वतमाउण्ट फ्यूजियामा (जापान),विसुवियस (इटली),चिम्बोराजो व कोटोपैक्सी (दक्षिण अमेरिका),माउण्ट पोपा (म्यांमार)
अवशिष्ट पर्वतविन्ध्याचल,अरावली,सतपुड़ा,नीलगिरी पूर्वी घाट,पश्चिम घाट (भारत),हाइलैण्ड्स (स्कॅाटलैण्ड्स),सीयरा (स्पेन) अप्लेशियन (अमेरिका)

विश्व प्रमुख पर्वत

पर्वत श्रेणीस्थितिसर्वोच्च चोटीऊचाँई (मी.)
हिमालयएशियामाउण्ट एवरेस्ट8848
काराकोरमएशियागाॅडविन ऑस्टिन8611
एण्डीजदक्षिण अमेरिकाअकांकागुआ6960
अलास्का श्रेणीअलास्कामाउण्ट मेक्निले6194
काकेशस श्रेणीयूरोपएलब्रुस5633
आल्पसयूरोपमाउण्ट ब्लैक4807
राॅकीउ. अमेरिकामाउण्ट एल्बर्ट4400
एटलसअफ्रीकाटाउब्काल4165
ग्रेट डिवाइडिंग रेंजऑस्ट्रेलियामाउण्ट कोसिस्को2228
यूरालरुसनैरोडनाया1894

विश्व प्रमुख मरुस्थल

मरुस्थलक्षेत्रफल (वर्ग किमी)देश
सहारा84,00,000अल्जीरिया,चाड,लीबिया,माली,माॅरीटानिया
गोबी10,40,000मंगोलिया,चीन
कालाहारी5,20,000बोत्सवाना
तकलामकान3,20,000सीक्यांग (चीन)
काराकुम2,70,000तुर्कमेनिस्तान
थार2,60,000भारत,पाकिस्तान
अटाकामा1,80,000उत्तरी चिली

वायुमण्डल

  • वायुमण्डल में जलवाष्प लगभग 4% पाई जाती है,परन्तु मौसम की क्रियाओं के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण हैं ।
  • धूल के कण,सूर्य से आने वाली किरणों के प्रकीर्णन का भी कार्य करते है,जिसके कारण आकाशका रंग नीला दिखाई देता है।
  • वायुमणडल का औसत तापमान 280 K है।
  • ओजोन वायुमण्डल में बहुत कम मात्रा में पाई जाती हैं,किन्तु सूर्य की पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करने के कारण महत्वपूर्ण हैं।
  • सुपरसोनिक जेट विमानों से निकली हुई नाइट्रोजन ऑक्साइड,एयरकण्डीसनर,रेफ्रिजरेटर आदि से निकली क्लोरोफ्लोरो – कार्बन (CFC) ओजोन परत को अधिक क्षति पहुँचा रही हैं ।

वायुमण्डल में गैंसों का वितरण

नाइट्रोजन78.8%
ऑक्सीजन20.94%
ऑर्गन0.93%
कार्बन डाइऑक्साइड0.036%
हाइड्रोजन0.00005%

समदाब रेखाएँ (आइसोबार) ये सागर तल पर समान वायुदाब वाले क्षेत्रों को मिलाने वाली रेखाएँ होती हैं । सागर तल पर वायुदाब सर्वाधिक (1013.25mb) होता हैं ।

जलमण्डल

  • महासागरो का औसत वार्षिक तापक्रम 63 डिग्री F होता हैं ।
  • दक्षिणी गोलार्ध्द की अपेक्षा उत्ततरी गोलार्ध्द में समुद्री जल का तापमान अधिक पाया जाता हैं ।
  • सागरीय जल में सर्वाधिक मात्रा में पाए जाने वाले लवण क्रमशः सोडियम क्लोराइड,मैग्ननीशियम क्लोराइड हैं ।
  • जलमण्डल पृथ्वी के 70.8% क्षेत्र को आवरण करता है, जिसमें वायुमंडल (एयरोस्फियर) और भूमंडल (लिथोस्फियर) शामिल नहीं होते हैं।
  • जलमण्डल में सैलीनिटी (यानि नमक की मात्रा) के आधार पर जल को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है – सल्टी और फ्रेश वाटर। समुंदरों में अधिकतर जल सल्टी होता है, जबकि जीवन के लिए उपयुक्त फ्रेश वाटर स्रोतें जैसे कि झीलें, नदियाँ और जलाशय फ्रेश वाटर का स्रोत प्रदान करती हैं।
  • जलमण्डल में समुंदर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पृथ्वी पर कुल 5 महासमुंदर हैं – पैसिफिक, एटलांटिक, हिन्द महासमुंदर, अर्कटिक और अंटार्कटिक महासमुंदर।
  • सबसे गहरा समुंदर है मारियाना ट्रेंच, जो पैसिफिक महासमुंदर में स्थित है। इसकी गहराई करीब 36,070 फुट (10,994 मीटर) है।
  • जलमण्डल का संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जीवों के लिए महत्वपूर्ण है और यह जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। प्लास्टिक प्रदूषण, अधिश्रृंगल जल उपयोग, और समुंदर की ओवरफिशिंग जलमण्डल को कष्ट पहुंचा रहे हैं।

FAQs Related to विश्व भूगोल के महत्वपूर्ण रोचक तथ्य

भूगोल क्या है?

भूगोल विज्ञान का एक शाखा है जो पृथ्वी के भौतिक और मानव विश्व के अध्ययन के साथ-साथ उनके अंतरगत संबंधों को अध्ययन करती है।

पृथ्वी का सबसे बड़ा महाद्वीप कौनसा है?

एशिया, जिसे विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप माना जाता है।

विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत कौनसा है?

माउंट एवरेस्ट, जो हिमालय पर्वत श्रृंग का हिस्सा है, विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत है।

किस द्वीप में विश्व का सबसे लम्बा नदी स्थित है?

अमेज़न नदी, जो दक्षिण अमेरिका के अमेज़न वन क्षेत्र में बहती है, विश्व की सबसे लम्बी नदी है।

कितने महासागर होते हैं?

पृथ्वी पर पांच महासागर होते हैं: हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर, पैसिफिक महासागर, आर्कटिक महासागर, और दक्षिणी महासागर।

विश्व की सबसे गर्म जगह कहाँ पाई जाती है?

लूटेर ट्राफ जिसे इतिहास में ‘लूटेर’ के नाम से जाना जाता है, यह सबसे गर्म स्थल है और इसका स्थायी औसत तापमान 57.8 डिग्री सेल्सियस होता है।

सबसे छोटा महाद्वीप कौनसा है?

ऑस्ट्रेलिया, जिसे “साहुल” के नाम से भी जाना जाता है, विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप है।

विश्व की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश कौनसा है?

भारत, विश्व की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जिसमें बहुत अधिक लोग रहते हैं।

विश्व की सबसे बड़ी जलवायु बेल्ट क्या है?

एक्वेटरियल जलवायु बेल्ट, जिसे इक्वेटर के आस-पास क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, विश्व की सबसे बड़ी जलवायु बेल्ट है।

भूगोल का क्या महत्व है?

भूगोल का महत्व इसमें है कि यह हमें पृथ्वी के संरचना, जलवायु, प्राकृतिक संसाधन, और मानव जीवन के संबंधों की समझ प्रदान करता है। यह भूगोलीय प्रदर्शन, वनस्पति और जीवजंतु जीवन, और मानव जनसंख्या और स्थानिकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों का भी अध्ययन करता है।

यह थे कुछ महत्वपूर्ण भूगोलिक तथ्य और सवालों के उत्तर। अगर आपके पास और किसी विशिष्ट सवाल की आवश्यकता है, तो कृपया पूछें!

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Multimedia के माध्यम से हम Human User से Connect होकर विभिन्न प्रकार की जानकारियों को Electronic Format में प्रदर्शित कर सकते हैं। यह Human User की अधिक से अधिक जानकारियों को कम से कम समय में रोचक (Interesting) तरीके से प्रदर्शित कर सकता है। अत: इसी कारण से Multimedia का उपयोग विभिन्न प्रकार के ट्रेनिंग प्रोग्राम, विज्ञापन तथा शिक्षाप्रद कार्यक्रमों में किया जाता है। इसके अलावा मल्टीमीडिया का उपयोग आज Space Science, Security System इत्यादि में भी किया जाता है।

मल्टीमीडिया की आवश्यकता तथा उसका विभिन्न क्षेत्रो में क्या उपयोग है ?

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