Lal Singh Chaddha
Lal Singh Chaddha मूवी 11 अगस्त 2022 रिलीज़ हुई थी ये फिल्म हमारी निजी जिंदगी से सम्बंधित है ,इस मूवी के दो सबसे बड़े सन्देश है ,
a. आज के समय में लोग अपनी जिंदगी के मूल उद्देश्य को भूल गये है और अपनी जिंदगी का आनंद उठाना भी भूल गए है , लोग आज के समय में भाग रहे है कोई सफलता के पीछे ,कोई पैसे के पीछे ,कोई प्रसिद्धि के पीछे आदि पर इस फिल्म मे ये दिखाया गया है किन जिंदगी को कैसे जीना चाहिए।
b . इस फिल्म का दूसरा सन्देश है की लोग आज के समय में सफलता के पीछे पागल है और बने बनाये या कह सकते है की घिसे पिटे सफलता के विकल्पों को चुना जाता है ,पर इस फिल्म में ये दिखाया गया है की अपनी सफलता का जिम्म्मेदार खुद हम होते है हमे अपने सफलता के रास्ते को खुद बनाना होता है ,और हमारा भविष्य हमारे हाथो में होता है।
क्यों हुआ Lal Singh Chaddha का Boycott ?
Boycott आज के समय में कोई नई बात नहीं है क्यूंकि आज दिनप्रतिदिन Boycott होते रहते है और आज इस फिल्म का भी Boycott हो रहा है क्यूंकि फिल्म में कहा गया है की पधारी अपने भड़काने वाले भाषण से लोगो को भड़काने का काम करते है इसी बात से इस मूवी का विरोध हो रहा है और आमीर खान को देशद्रोही का धब्बा लगा दिया गया है उनको देशद्रोही आज बस नहीं कहा गया है पहले भी ये हुआ है इस बात के कहने के पीछे आज और भी कारण है वो निम्न है
क्युकी जब इस फिल्म की तुर्की में शूटिंग चल रही थी तब Aamir Khan को तुर्की के प्रसिडेंट से मिलने का मौका मिला था जिस बात से लोगो के बीच ये विद्रोह फ़ैल गया क्यूंकि वहा के प्रसिडेंट Erdogon धर्म के नाम पर वोट लेते है और विद्रोह फैलते है और लोगो को लगता है की वो हमारे देश के खिलाफ रहते है क्युकीजब भारत में धरा 370 हटी थी तब उन्होंने उसका विरोध किया था पर इसका कतई ये मतलब नहीं है की भारत और तुर्की के आपसी सबंन्ध सही नहीं है,इसके सबूत है।
a . भारत और तुर्की के बीच $4 बिलियन का निर्यात हुआ है।
b . आज भारत की 150 कंपनी तुकी मे स्थापित है जिसमे हमारी यहाँ की रिलायंस ,टाटा जैसी बड़ी कंपनी भी शामिल है।
c . भारत और तुर्की के बीच 2019 में एक त्योहार मनाया गया था जिससे हमारे और तुर्की के बीच सांस्कृतिक सम्बन्ध बने रहे। जिसका नाम INDIA BY THE BOSPHORUS था।
इन सभी तर्कों के आधार पर हम कह सकते है की भारत और तुर्की के सम्बन्ध कभी नहीं बिगड़े है कुछ मुद्दों पे उनकी सोच अलग हो सकती है पर इसका मतलब ये नहीं हुआ की हमरे सम्बन्ध सही नहीं है। इसका सीधा मतलब यही हुआ किआमीर का कोई दोस नहीं है या उनको देशद्रोही कहना गलत है।
देशभक्त और देशद्रोही क्या है ?
पहले देशद्रोही और देशभक्ति जैसे शब्द बहुत ही कम उपयोग हुआ करते थे ,पर जब कोई आदमी बहादुरी वाले काम करता था जैसे की सेना में या कही और समाज सेवा करता है तो उसको देशभक्त कहा जाता था और आज कोई आदमी सेना के राज को खरीद या गोपियनियता को ख़तम करता था तो उसको ही देशद्रोही का धब्बा दिया जाता था
पर आज के समय में ये शब्द हररोज किसी न किसी को बाटे जाते है पर यहाँ देशद्रोही का धब्बा उसे ही दिया जाता है जो किसी विशेष पार्टी के खिलाफ या उनके सम्बन्ध में बोलने पर होता है जैसे की तर्कवादी नरेंद्र दाबोलकर ,तबरेज़ अंसारी ,पहलु खान , पत्रकार गौरी लंकेश ,कन्हैया लाल जी जो की पार्टियों के विरोध में बोलै क्रते थे उनके जैसे कई लोगो को ये कतल कर दिए जाते है और उनका कोई सबूत नहीं होता है न ही किसी का उन कातिलों के खिलाफ जाने की हिम्मत नहीं करता है।
HINDHUPHOBIA और ANTI -HINDHU क्या है ?
इसी प्रकार आज के समय में जो भी आदमी किसी विशेष पार्टी के खिलाफ बोलता है या किसी मुद्दे पर अपने विचार प्रकट करता है तो उस आदमी को देशद्रोही का टैग लगा दिया ये सभी काम कुछ धर्मवादी व्यक्तियो का काम होता है जो लोगो को भड़काने का काम करते है और उसका फायदा खुद उठाते है पर सामान्य लोगो को इस प्रयोजन का हिस्सा बनाया जाता है ये काम को Hinduphobic या Anti-Hindu का टैग कहा जाता है Hinduphobic अब हमारी राजनैतिक कार्यो में भी आने लगा है
a . उत्तरप्रदेश में सरकार ने FIR दर्ज की एक पत्रकार के ऊपर उनका नाम पवन जैस्वाल है वो गिरफ्तार हुए क्यूंकि उन्होंने एक सरकारी विद्यालय की जानकारी अपने खबर के रूप में छापा उस खबर में लिखा था की उस विद्यालय में मध्यांतर के भोजन में बच्चो को नानक के साथ रोटी दी जाती थी ये सरकारी कानूनों के हिसाब से गलत है बच्चो के पोषण के अधिकार का उल्लंघन किया गया था पर उनको जेल की सलाखों के पीछे इस खबर को छिपा दिया गया।
b . ऐसे ही नितीश शर्मा भी गिरफ्तार हुए थे क्यूंकि उन्हों ने कांग्रेस के खिलाफ कुछ गलत बोलै था और अपने विचार स्पस्ट किये ये उन्होंने कांग्रेस के हिसाब से गलत किया था तो उन्कोजैल की सजा कटनी पड़ी।
ये खली एक दो ही नहीं हजारों केस ऐसे ही बंद पड़े है किसी न किसी मुद्दे को उजागर करने के जुर्म में या किसी पार्टी की कमिया बताने के जुर्म में इन्ही कारणों से आज अपने भारत में रहना नहीं छठा है आकड़ो के अनुसार देखा जाये तो पिछले पांच सालो में भारत के 30000 से 35000 अमीर लोगो में अपनी राष्ट्रीयता छोड़ी है इनका कारण भी कही न कही ये सामाजिक समस्या ही है जो लोगो को मूलभूत जीवन जीने से दूर कर रहा है।
क्यों हुआ PK फिल्म का Boycott ?
जैसे मैंने आपको बताया है की ये Boycott कोई नै बात नहीं है ये हमारे देश में पहले भी होता आया है इसी HINDHUPHOBIA की शुरुआत इसी फिल्म से हुई थी यहाँ पर भी Aamir Khan को ही लक्ष्य बनाया गया था पर इस फिल्म को बनाने में PRODUCER (VINOD CHOPRA ),MUSIC WRITER (SANTANU MOITRA),WRITOR(ABHIJEET JOSHI),और MAIN CHARACTER (LATE SUSHANT SINGH RAJPOOT) थे पर ये सभी हिन्दू थे पर इनको लक्ष्य नहीं बनाया गया सिर्फ Aamir Khan को बनाया गया क्यूंकि बो मुस्लमान है ये तो हमारे संस्कृति के खिलाफ है पर यहाँ पर उनको Hinduphobic कहा गया।
इस फिल्म के दो सीन को ज्यादा लक्ष्य बनाया गया था वे निम्न है
a . जब Aamir Khan जी शंकर जी का नाटक कर रहे आदमी का पीछा करते है तब ये कहा गया की यहाँ शंकर जी का मजाक बनाया गया पर सीन सिर्फ मजाक के लिए था इसका किसी भी धर्मवाद से कोई संपर्क नहीं था ।
b. दूसरा जब Aamir Khan कॉलेज के सामने धंधा दिखता है भगवान के नाम पर यहाँ हम सभी को यह सन्देश लेना थकी कैसे ढोंगी बाबा हमारी आस्थाओ का मजाक बनाते है पर इस सीन का उल्टा मतलब निकाल के कुछ लोग प्रदर्शन पर उतर आए जो कोई काम का नहीं था।
Aamir Khan एक देश देशभक्त के रूप में !
Aamir Khan की पानी फॉउण्डेशन ने महाराष्ट्र के बहुत से जर्जर गावो में पानी पहुंचने का काम किया जो की हमारे सर्कार के लिए बहुत बड़ी सहायता थी ।
इसी प्रकार Aamir Khan की सत्यमेव जयते संस्था ने भी लोगो बीच जागरूकता फैला कर हमारी जनता को हर प्रकार की सहायता प्रदान की जो की हमारे लिए भीबहुत सहायक है ।
ये किसी भी आदमी को देशभक्त साबित करने के लिए काफी है ये Boycott का जो महिमामंडन किया गया है बो सिर्फ कुछ लोगो की जरूतो के हिसाब से ये खेल खेल रहे है इस सरे खेल को सनाज कर हमको इसको रोकना चाहिए और हमें भी जागरूकता फ़ैलाने में मदत करनी चाहिये।
FAQ
Lal Singh Chaddha मूवी 11 अगस्त 2022 रिलीज़ हुई थी
कोई व्यक्ति किसी विशेष पार्टी के खिलाफ बोलता है या किसी मुद्दे पर अपने विचार प्रकट करता है तो उस आदमी को
HINDHUPHOBIC कहा जाता है
फिल्म के दो सीन जिनकी वजह से इस फिल्म को धर्मवाद से जोड़ दिया गया और इसका BOYCOTT भी हुआ था।
क्यूंकि इस फिल्म में पादरी को भड़काने वाले भाषण देते हुए दिखया गया है।
पिछले पांच सालो में भारत के 30000 से 35000 अमीर लोगो में अपनी राष्ट्रीयता छोड़ी है इनका कारण भी कही न कही ये सामाजिक समस्या है ।
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