इसमें विश्व भूगोल के महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में चर्चा की गई है, जैसे कि ब्रह्मांड का स्थान, महासागरों का महत्व, जलवायु और जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, और भूगोलीय रूपरेखा के अंतरात्मक संबंध। इस आर्टिकल में आप विश्व भूगोल World Geography के महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में अध्ययन करेंगे
Table of Contents
ब्रह्माण्ड
- टाॅलेमी ने माना कि ब्रह्माण्ड के केन्द्र में पृथ्वी है वहीं काॅपरनिकस ने (1543 ई.) सूर्य को ब्रह्माण्ड के केन्द्र में माना।
- अरस्तू ने सर्वप्रथम पृथ्वी को गोलाकार माना जाता था।
- प्रायः ऐसा माना जाता है कि ब्रह्माण्ड की उत्पत्ती आज से लगभग 15 अरब वर्ष पूर्व बिग बैंग की घटना से हुई ।
- ब्रह्माण्ड की उत्पत्ती का बिग बिग बैंग सिध्दांत जार्ज लेमेटेयर ने दिया था ।
- असंख्य तारो के समूह को आकाशगंगा (गैलैक्सी) कहते है । एक अनुमान के अनुसार ब्रह्माण्ड में 10000000000 मिलियन आकाशगंगाए है ।
- हमारा सौरमण्डल जिस आकाशगंगा में स्थित है,उसे मंदाकनी कहते हैं । यह सर्पिलाकार है।
- ऑरियन नेबुला हमारी आकाशगंगा के सबसे शीतल एंव चमकीले तारों का समूह है ।
- हाइड्रा सबसे बड़ा ज्ञात तारामण्डल है ।
- सेन्टॅारस सबसे चमकीला तरामण्डल है ।
- पृथ्वी के निकटतम तारे क्रमशः सूर्य एवं प्रोक्सिमा सेंचुरी हैं । साइरस सबसे चमकीला तारा है ।
- सूर्य के केन्द्र से बाहर की ओर क्रमशः केन्द्र,फोटोस्फीयर,क्रोमोस्फीयर एंव कोरोना परतें होतीं है ।
- हमारे सौरमण्डल में कुल 8 ग्रह – बुध,शुक्र,पृथ्वी,मंगल,बृहस्पति,शनि,अरुण (यूरेनस) एवं वरुण (नेपच्यून) हैं ।
- आकार के अनुसार ग्रहों का क्रम क्रमशः बृहस्पति,शनि,अरुण,वरुण,पृथ्वी,शुक्र,मंगल एवं बुध हैं ।
- सूर्य से बढ़ती दूरी के आधार पर ग्रहों का क्रम क्रमशः बुध,शुक्र,पृथ्वी,मंगल,बृहस्पति,शनि,अरुण एवं वरुण हैं ।
- शुक्र एवं अरुण को छोड़कर अन्य सभी ग्रहों के घूर्णन एवं परिक्रमण की दिशा (पश्चिम से पूर्व) एक ही हैं ।
- बुध,शुक्र,पृथ्वी तथा मंगल ग्रह को आन्तरिक ग्रह माना जाता हैं ।
- क्षुद्रग्रह ये मंगल एवं बृहस्पति ग्रह की कक्षाओं के बीच पाए जाने वाले छोटे-छोटे आकाशीय पिण्ड हैं – जैसे : फोरवेस्टा,आटेन।
- धूमकेतु ये गैस धूल के संग्रह हैं,जो आकाश में लम्बी चमकदार पूँछ सहित प्रकाश के चमकीले गोले के रुप में दिखते हैं। जैसे – हेली धूमकेतु ।
- उल्का ये क्षूद्र ग्रहों के टुकड़े तथा धूमकेतुओं द्वारा पीछे छोड़े गए धूलकण हैं ।
सौरमण्डल
सौरमण्डल Quick Digest –
सबसे बड़ा ग्रह | बृहस्पति (Jupiter) |
सबसे छोटा ग्रह | बुध (Mercury) |
पृथ्वी का उपग्रह | चंद्रमा (Moon) |
सर्य के सबसे निकट ग्रह | बुध (Mercury) |
सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह | वरुण (Neptune) |
पृथ्वी के सबसे निकट स्थित ग्रह | शुक्र (Venus) |
सबसे अधिक चमकीला ग्रह | शुक्र (Venus) |
सबसे अधिक चमकीला तारा | साइरस (Dog Star) |
सबसे अधिक उपग्रहों वाला ग्रह | बृहस्पति (Jupiter) |
सबसे अधिक ठण्डा ग्रह | वरुण (Neptune) |
सबसे अधिक गर्म ग्रह | शुक्र (Venus) |
रात्रि में लाल दिखाई देने वाला ग्रह | मंगल (Mars) |
सबसे बड़ा उपग्रह | गैनीमेड (Gannymede) |
सबसे छोटा उपग्रह | डीमोस (Deimos) |
नीला ग्रह | पृथ्वी (Earth) |
भोर का तारा | शुक्र (Venus) |
साँझ का तारा | शुक्र (Venus) |
पृथ्वी की बहन | शुक्र (Venus) |
हरा ग्रह | वरुण (Neptune) |
विशाल लाल धब्बे वाला ग्रह | बृहस्पति (Jupiter) |
सूर्य Quick Digest –
पृथ्वी से न्यूनतम दूरी | 14.70 करोड़ किमी |
पृथ्वी से अधिकतम दूरी | 15.21 करोड़ किमी |
पृथ्वी से मध्यम दूरी | 14.98 करोड़ किमी |
सूर्य का व्यास | 13,92,200 किमी |
सूर्य का अर्धव्यास | 6,96,100 किमी (पृथ्वी के अर्ध व्यास से 109 गुना अधिक) |
आयतन | पृथ्वी से 13 लाख गुना अधिक |
द्रव्यमान | पृथ्वी से 3,32,000 गुना |
फोटोस्फीयर ताप | 6000 डिग्री सेग्रे |
केन्द्र का ताप | 15 मिलियन डिग्री सेग्रे |
ऊर्जा उत्सर्जन | 100,000,000,000,000,000,000,000,000 जूल/सेकण्ड |
घूर्णन अवधि | 25.38 दिन |
रासायनिक संघटन | हाइड्रोजन 71% ,हीलिम 26.5 % तथा अन्य तत्व 2.5% |
आयु | लगभग 5 बिलियन वर्ष |
प्रकाश को पृथ्वी पर पहुँचने में लगने वाला समय | 8 मिनट,18 सेकण्ड |
सूर्य के प्रकाश की चाल | 3 लाख किमी/सेकण्ड |
चंद्रमा Quick Digest –
पृथ्वी से माध्य दूरी | 3,82,200 किमी |
व्यास | 3,475 किमी |
चंद्रमा का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान के अनुपात में | 1ः8ः1 |
चंद्रमा तथा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बलों में अनुपात | 1ः6 |
चन्द्रमा की सतह का अद्रश्य भाग | 41% |
चंद्रमा की पृथ्वी से अधिकतम दूरी | 4,06,000 किमी |
चंद्रमा की पृथ्वी से न्यूनतम दूरी | 3,64,000 किमी |
चंद्रमा की पृथ्वी के चारों ओर घूमने की अवधि (परिभ्रमणकाल) | 27 दिन,7 घण्टे,43 मिनट,11.47 सेकण्ड |
चंद्रमा की घूर्णन अवधि (अपने अक्ष पर) | 27 दिन,7 घण्टे,43 मिनट,11.47 सेकण्ड |
चंद्रमा के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में लगा समय | 1.28 सेकण्ड |
चंद्रमा के उच्चतम पर्वत की ऊँचाई | 35,000 फीट (लीबनिट्ज पर्वत जो दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है) |
ग्रह Quick Digest –
ग्रह | सूर्य की परिक्रमा अवधि | अपने अक्ष पर घूर्णन की अवधि | उपग्रह संख्या |
---|---|---|---|
बुध | 88 दिन | 59 दिन | 0 |
शुक्र | 225 दिन | 243 दिन | 0 |
पृथ्वी | 365 दिन | 24 घंटे | 1 |
मंगल | 686 दिन | 24.6 घंटे | 2 |
बृहस्पति | 11.9 वर्ष | 9.8 घंटे | 79 |
शनि | 29.5 वर्ष | 10.2 घंटे | 82 |
अरूण | 84 वर्ष | 10.8 घंटे | 27 |
वरूण | 165 वर्ष | 15.8 घंटे | 14 |
पृथ्वी Quick Digest –
पृथ्वी की अनुमानित आयु | 4.6 अरब वर्ष |
सम्पूर्ण धरातलीय क्षेत्रफल | 51,01,00,500 वर्ग किमी |
भूमी क्षेत्रफल (29.08%) | 14,89,50,800 वर्ग किमी |
जलीय क्षेत्रफल (सम्पूर्ण धरातल का 70.92%) | 36,11,49,700 वर्ग किमी |
औसत घनत्व | 5.52 ग्राम प्रति घन सेमी |
विषुवत् रेखीय व्यास | 12,756 किमी |
ध्रुवीय व्यास | 12,714 किमी |
गुरूत्वाकर्षण से बाहर निकलने के लिए आवश्यक निर्गमन गति | 11.2 किमी/सेकण्ड |
पृथ्वी का द्रव्यमान | 5976 × किग्रा |
पृथ्वी का आयतन | 10,83,20,88,40,000 घन किमी |
समुद्र तल से पृथ्वी की सर्वाधिक ऊँचाई | 8,848 मी ( माउण्ट एवरेस्ट ) |
समुद्र तल से सागर की सर्वाधिक गहराई | 11,022 मी ( मेरियाना ट्राँच ) प्रशांत महासागर ,फिलीपीनस के पूर्व में |
पृथ्वी के धरातल का सर्वाधिक निचला स्थान | मृत सागर ( Dead Sea ) 396 मी ( इजराइल ,जॅार्डन ) |
पृथ्वी द्वारा अपने अक्ष पर घूर्णन अवधि | 23 घंटे ,56 मिनट ,4 सेकण्ड |
पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा अवधि | 365 दिन, 5 घंटे, 48 मिनट |
अक्ष की कक्ष के तल से झुकाव | 23.5 डिग्री |
सूर्य से माध्य दूरी | 14,94,07,7,000 किमी |
भूमध्य रेखा पर परिधि | 40,075 किमी |
ध्रुवीय परिधि | 40,024 किमी |
सूर्य से सबसे नजदीक की अवस्था उपसौर | 3 जनवरी |
सूर्य से सबसे ज्यादा दूरी की अवस्था सूर्योच्च या अपसौर | 4 जुलाई |
धरातल का औसत तापमान | 61∘F(16∘C) |
- पृथ्वी की आकृति गोलाभ ( Geoid ) है ।
- पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण दिन एवं रात की घटना होती है। पृथ्वी की परिक्रमण गति के कारण ऋतु परिवर्तन होता है।
- नक्षत्र दिवस का मान 23 घंटे ,56 मिनट तथा 0.099 सेकण्ड होता है ।
- पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर 365.24 दिन मे लगाती है ।
- पृथ्वी के नीचे जाने पर प्रति 32 किमी की गहराई पर 1 डिग्री सेल्ससियस तापमान बढ़ता जाता है।
- बसंत विषुव की घटना 21 मार्च ( दिन-रात समान ) को तथा शरद् विषुव की घटना 23 सितम्बर ( दिन-रात समान ) को होती है ।
- सूर्य ग्रहण की घटना सदैव अमावस्या को ही होती है। सूर्यग्रहण की घटना में पृथ्वी एवं सूर्य के बीच चन्द्रमा आ जाता है। पर्ण सूर्यग्रहण के समय सूर्य के दिखाई देने वाले भाग को सूर्य किरीट ( Corona ) कहते हैं।
- एक वर्ष में न्यूनतम दो एवं अधिकतम सात ग्रहण हो सकते है।
- चन्द्रग्रहण की घटना, सूर्य एवं चन्द्रमा के बीच पृथ्वी के आ जाने के कारण होती है।
- चन्द्रग्रहण सदैव पूर्णिमा को पड़ते हैं।
- ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई काल्पनिक रेखाओं को अक्षांश कहते हैं।
- अक्षांश रेखाओं की कुल संख्या 180 हैं।
- प्रति 1 डिग्री की अक्षांशीय दूरी लगभग 111 किमी होती है । 0 डिग्री अक्षांश रेखा को भूमध्य रेखा ( Equator ) भी कहते हैं।
- 23.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश को कर्क रेखा तथा 23.5 डिग्री दक्षिणी अक्षांश को मकर रेखा कहते हैं ।
- पृथ्वी पर दो अक्षांशों के मध्य कोणीय दूरी को देशान्तर कहते हैं। दो देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी गोरे नाम से जानी जाती हैं।
- 0 डिग्री देशान्तर रेखा (ग्रीनविच रेखा) को पृथ्वी की मानक समय रेखा माना जाता हैं।
- पृथ्वी 4 मिनट में 1 डिग्री देशान्तर की दूरी तय करती हैं ।
- अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा की कल्पना 180 डिग्री देशान्तर पर उत्तर से दक्षिण की गई हैं । इस रेखा के पूर्व एवं पश्चिम में एक दिन का अन्तर माना जाता हैं ।
स्थलमण्डल
- पृथ्वी की आन्तरिक संरचना को क्रमशः क्रस्ट ( भूपर्पटी ), मैण्टल एवं कोर ( केन्द्रीय भाग ) नामक तीन परतों में विभाजित किया जाता हैं।
- क्रस्ट में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व ऑक्सीजन ( 46.8%)हैं।
- भूपर्पटी की रचना सियाल तथा सीमा पदार्थों से हुई है। ‘सियाल’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम डेली ने किया ।
- सम्पर्ण पृथ्वी पर लोहा सर्वाधिक (35%) मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है । पृथ्वी पर 70.2% भाग में जलमण्डल तथा 29.8% भाग में स्थलमण्डल है।
- बनावट की प्रक्रिया के आधार पर चट्टानों को तीन भागों में बाँटा गया है- आग्नेय चट्टानें ,अवसादी चट्टानें एवं रूपान्तरित चट्टानें।
चट्टानों का रूपान्तरण
मूल चट्टान | रूपान्तरित चट्टान |
---|---|
शैल | स्लेट |
चूना पत्थर | संगमरमर |
चॅाक तथा डोलोमाइट | संगमरमर |
बलुआ पत्थर | क्वाटर्जाइट |
ग्रेनाइट | नीस |
बेसाल्ट | एम्फीबोलाइट |
स्लेट | फाइलाइट |
विश्व के प्रमुख ज्वालामुखी
ज्वालामुखी | देश / स्थल |
---|---|
कोटोपेक्सी | इक्वेडोर |
ओज़ोस डेल सलांडो | अर्जेंटीना चिली |
मोनालोआ | अमेरिका (हवाई द्वीप ) |
इरेबस | अंटार्कटिका |
एटना | इटली (सिसली) |
सेण्ट हेलेना | अमेरिका |
विसुवियस | इटली (नेपल्स खाड़ी) |
किलाउया | हवाई द्वीप |
स्ट्राम्बोली | सिसली द्वीप (इटली) |
क्राकाटोआ | इंडोनेशिया |
उत्पत्ति के आधार पर पर्वतों के प्रकार
वलित या मोड़दार पर्वत | हिमालय (भारत),आल्पस (यूरोप),राॅकी (उत्तरी अमेरिका) एण्डीज (दक्षिण अमेरिका) |
ब्लाॅक या अवरोधी पर्वत | विन्ध्याचल एवं सतपुड़ा (भारत) वास्जेस (फ्रांस) ब्लैक फाॅरेस्ट (जर्मनी) सिएरा नेवेदा (कैलिफोरनिया) |
ज्वालामुखी पर्वत | माउण्ट फ्यूजियामा (जापान),विसुवियस (इटली),चिम्बोराजो व कोटोपैक्सी (दक्षिण अमेरिका),माउण्ट पोपा (म्यांमार) |
अवशिष्ट पर्वत | विन्ध्याचल,अरावली,सतपुड़ा,नीलगिरी पूर्वी घाट,पश्चिम घाट (भारत),हाइलैण्ड्स (स्कॅाटलैण्ड्स),सीयरा (स्पेन) अप्लेशियन (अमेरिका) |
विश्व प्रमुख पर्वत
पर्वत श्रेणी | स्थिति | सर्वोच्च चोटी | ऊचाँई (मी.) |
---|---|---|---|
हिमालय | एशिया | माउण्ट एवरेस्ट | 8848 |
काराकोरम | एशिया | गाॅडविन ऑस्टिन | 8611 |
एण्डीज | दक्षिण अमेरिका | अकांकागुआ | 6960 |
अलास्का श्रेणी | अलास्का | माउण्ट मेक्निले | 6194 |
काकेशस श्रेणी | यूरोप | एलब्रुस | 5633 |
आल्पस | यूरोप | माउण्ट ब्लैक | 4807 |
राॅकी | उ. अमेरिका | माउण्ट एल्बर्ट | 4400 |
एटलस | अफ्रीका | टाउब्काल | 4165 |
ग्रेट डिवाइडिंग रेंज | ऑस्ट्रेलिया | माउण्ट कोसिस्को | 2228 |
यूराल | रुस | नैरोडनाया | 1894 |
विश्व प्रमुख मरुस्थल
मरुस्थल | क्षेत्रफल (वर्ग किमी) | देश |
---|---|---|
सहारा | 84,00,000 | अल्जीरिया,चाड,लीबिया,माली,माॅरीटानिया |
गोबी | 10,40,000 | मंगोलिया,चीन |
कालाहारी | 5,20,000 | बोत्सवाना |
तकलामकान | 3,20,000 | सीक्यांग (चीन) |
काराकुम | 2,70,000 | तुर्कमेनिस्तान |
थार | 2,60,000 | भारत,पाकिस्तान |
अटाकामा | 1,80,000 | उत्तरी चिली |
वायुमण्डल
- वायुमण्डल में जलवाष्प लगभग 4% पाई जाती है,परन्तु मौसम की क्रियाओं के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण हैं ।
- धूल के कण,सूर्य से आने वाली किरणों के प्रकीर्णन का भी कार्य करते है,जिसके कारण आकाशका रंग नीला दिखाई देता है।
- वायुमणडल का औसत तापमान 280 K है।
- ओजोन वायुमण्डल में बहुत कम मात्रा में पाई जाती हैं,किन्तु सूर्य की पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करने के कारण महत्वपूर्ण हैं।
- सुपरसोनिक जेट विमानों से निकली हुई नाइट्रोजन ऑक्साइड,एयरकण्डीसनर,रेफ्रिजरेटर आदि से निकली क्लोरोफ्लोरो – कार्बन (CFC) ओजोन परत को अधिक क्षति पहुँचा रही हैं ।
वायुमण्डल में गैंसों का वितरण
नाइट्रोजन | 78.8% |
ऑक्सीजन | 20.94% |
ऑर्गन | 0.93% |
कार्बन डाइऑक्साइड | 0.036% |
हाइड्रोजन | 0.00005% |
समदाब रेखाएँ (आइसोबार) ये सागर तल पर समान वायुदाब वाले क्षेत्रों को मिलाने वाली रेखाएँ होती हैं । सागर तल पर वायुदाब सर्वाधिक (1013.25mb) होता हैं ।
जलमण्डल
- महासागरो का औसत वार्षिक तापक्रम 63 डिग्री F होता हैं ।
- दक्षिणी गोलार्ध्द की अपेक्षा उत्ततरी गोलार्ध्द में समुद्री जल का तापमान अधिक पाया जाता हैं ।
- सागरीय जल में सर्वाधिक मात्रा में पाए जाने वाले लवण क्रमशः सोडियम क्लोराइड,मैग्ननीशियम क्लोराइड हैं ।
- जलमण्डल पृथ्वी के 70.8% क्षेत्र को आवरण करता है, जिसमें वायुमंडल (एयरोस्फियर) और भूमंडल (लिथोस्फियर) शामिल नहीं होते हैं।
- जलमण्डल में सैलीनिटी (यानि नमक की मात्रा) के आधार पर जल को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है – सल्टी और फ्रेश वाटर। समुंदरों में अधिकतर जल सल्टी होता है, जबकि जीवन के लिए उपयुक्त फ्रेश वाटर स्रोतें जैसे कि झीलें, नदियाँ और जलाशय फ्रेश वाटर का स्रोत प्रदान करती हैं।
- जलमण्डल में समुंदर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पृथ्वी पर कुल 5 महासमुंदर हैं – पैसिफिक, एटलांटिक, हिन्द महासमुंदर, अर्कटिक और अंटार्कटिक महासमुंदर।
- सबसे गहरा समुंदर है मारियाना ट्रेंच, जो पैसिफिक महासमुंदर में स्थित है। इसकी गहराई करीब 36,070 फुट (10,994 मीटर) है।
- जलमण्डल का संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जीवों के लिए महत्वपूर्ण है और यह जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। प्लास्टिक प्रदूषण, अधिश्रृंगल जल उपयोग, और समुंदर की ओवरफिशिंग जलमण्डल को कष्ट पहुंचा रहे हैं।
FAQs Related to विश्व भूगोल के महत्वपूर्ण रोचक तथ्य
भूगोल विज्ञान का एक शाखा है जो पृथ्वी के भौतिक और मानव विश्व के अध्ययन के साथ-साथ उनके अंतरगत संबंधों को अध्ययन करती है।
एशिया, जिसे विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप माना जाता है।
माउंट एवरेस्ट, जो हिमालय पर्वत श्रृंग का हिस्सा है, विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत है।
अमेज़न नदी, जो दक्षिण अमेरिका के अमेज़न वन क्षेत्र में बहती है, विश्व की सबसे लम्बी नदी है।
पृथ्वी पर पांच महासागर होते हैं: हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर, पैसिफिक महासागर, आर्कटिक महासागर, और दक्षिणी महासागर।
लूटेर ट्राफ जिसे इतिहास में ‘लूटेर’ के नाम से जाना जाता है, यह सबसे गर्म स्थल है और इसका स्थायी औसत तापमान 57.8 डिग्री सेल्सियस होता है।
ऑस्ट्रेलिया, जिसे “साहुल” के नाम से भी जाना जाता है, विश्व का सबसे छोटा महाद्वीप है।
भारत, विश्व की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जिसमें बहुत अधिक लोग रहते हैं।
एक्वेटरियल जलवायु बेल्ट, जिसे इक्वेटर के आस-पास क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, विश्व की सबसे बड़ी जलवायु बेल्ट है।
भूगोल का महत्व इसमें है कि यह हमें पृथ्वी के संरचना, जलवायु, प्राकृतिक संसाधन, और मानव जीवन के संबंधों की समझ प्रदान करता है। यह भूगोलीय प्रदर्शन, वनस्पति और जीवजंतु जीवन, और मानव जनसंख्या और स्थानिकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों का भी अध्ययन करता है।
यह थे कुछ महत्वपूर्ण भूगोलिक तथ्य और सवालों के उत्तर। अगर आपके पास और किसी विशिष्ट सवाल की आवश्यकता है, तो कृपया पूछें!