मध्यप्रदेश का चंदला (Chandla) क़स्बा भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है। यह नगर परिषद क्षेत्र है और छतरपुर जिले के अंतर्गत आता है।
चंदला (chandla)के अंतर्गत ही एक छोटा सा गांव लबरहा आता है इसे लवरहा के नाम से भी लोग जानते है ये ग्राम पंचायत लबरहा गांव चंदला से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर है यह गांव देखने में बहुत ही सुंदर है तथा इस गांव में बहुत ही पुराने मंदिर है जो पर्यटको को अपनी और आकर्षित करते है।
हम सभी जानते हैं कि प्राचीन मंदिरों में घूमने का अनुभव आपको न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक आदर्शों को समझने का मौका देता है, बल्कि वे साक्षात् इतिहास की एक जीवित किताब की तरह भी कार्य करते हैं।
जब आप मंदिर में घूमते हैं, तो आप वहां के वास्तुकला, वास्तुशास्त्र, संगठन और धार्मिक महत्व के प्रतीकों का अनुभव करते हैं। इन मंदिरों में देवताओं और देवीयों के मूर्तियों के साथ-साथ, अलग-अलग धार्मिक कथाओं और इतिहास के प्रतीक भी हो सकते हैं।
जब आप मंदिर में घूमते हैं, तो वहां की मार्गदर्शित यात्रा आपको मंदिर के विभिन्न भागों के बारे में जानकारी प्रदान करती है। आपको मंदिर के इतिहास, स्थान, मूर्तियां, पूजा पद्धति और आराधना के विविध आयामों के बारे में बताया जा सकता है।
इसके अलावा, यदि आपके पास एक गाइड है, तो वह आपको मंदिर के पीछे की कथाएँ, धर्मिक मान्यताएं और संस्कृति से जुड़ी रोचक जानकारी दे सकता है।
इन मंदिरों की कलाकृति और इनकी कारीगरी आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं –
Temple of Labraha
इन मंदिरों की कारीगिरी अविश्वसनीय रचनात्मकता को प्रदर्शित करती है। यहां पर पाए जाने वाली आवश्यक सुंदरता और विस्तार प्रकट करते हैं जो मंदिरों को विशेष बनाती हैं। इनके माध्यम से धार्मिक और सांस्कृतिक संप्रदायों की परंपरा को बनाए रखा जाता है।
प्राचीन मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाले स्थान होते हैं। ये आमतौर पर हिंदू धर्म से जुड़े होते हैं, लेकिन इंडियन सबकों, जैन और बौद्ध धर्म के भी मंदिर होते हैं।
प्राचीन मंदिरों की उत्पत्ति काफी पुरानी होती है और उन्हें कई सैंकड़ों वर्षों से अधिक का समय हो गया होता है। कुछ मंदिर वेदिका काल से भी पुराने हो सकते हैं, जबकि अन्यों की निर्माण काल गुप्तकाल, मौर्यकाल, चोल और विजयनगर साम्राज्यों के समय में हुई हो सकती है।
प्राचीन मंदिरों को हिंदू संस्कृति और धर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इन्हें धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए स्थान माना जाता है।
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