Genetically modified (GM) foods का काला सच

Genetically Modified Organism (GMO) एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे दो पदार्थो के गुणों को मिलाकर के एक नया पदार्थ बनाया जाता है  यहाँ पर एक फल या खाने की चीज का DNA या Gene निकाल के दूसरे चीज में मिलाया जाता हैजिससे दोनों के संघ से उन दोनों के गुणों का मिलाप के रूप में नया पदार्थ बनेगा और उसमे दोनों के गुणों से सम्पनता होती है। ये प्रक्रिया हम आज के समय जानवरो फलो सब्जियों और सभी जगह इसका उपयोग होता है। 

 क्या है GMO ?

Genetically Modified Organism  प्रक्रिया में एक जीव (पौधे ,बैक्टीरिआ या वायरस )से एक वांछित Gene को निकाल के किसी दूसरे जीव में नए लक्षणों को पेश करने के लिए उनके Gene को मिलाया  शामिल है। 

इससे GENITICALLY रूप से संसोधित फसलों में कुछ जड़ी बूटियों के प्रति अधिक प्रतिरोध करने में मदद मिली कीटनाशक और, रोग,किसी भी  मौसम की स्थिति में प्रवेश करके ये  बेहतर परिणाम देते है या उनकी पोषण सामग्री में सुधर करते है 

यहाँ पर इसका अर्थ है की ये सर्वगुण सम्पन फसल बनाना चाहते है क्यूंकि हमको सभी फसलों और जड़ीबूटियों के गुणों को एक फसल के पौधे में पाना होता है जिसमे दो पौधे या जीव के गुणों को मिलाया जाता है जिससे पौधा कीटनाशकों से अपनी सुरक्षा कर सके उपज को बड़ा सके बीमारियों से बच सके तथा किसी भी मौसम में अनुकूल हो सके ये सभी गन एक पौधे में आने के लिए वैज्ञानिक Genetically Modified Organism प्रक्रिया का उपयोग करते है और लोगो को  इसका लाभ पहुंचते है 

Genetically modified (GM) foods की तकनीके 

तीन मुख्य प्रकार की Genetically modified (GM) foods है। 

  • Inserting Jeans

Genes डालने का निर्धारण अलग-अलग DNA  अनुक्रम द्वारा निर्धारित किया जाता है जब एक पौधे में DNA  डाला जाता है तो यह पौधे के Gene का हिस्सा बन जाता है और अपने स्वयं के कार्य के साथ काम करता है यह विधि पौधों को बढ़ा या सुधार सकती है जैसे कि कीट के प्रतिरोध जो बाद में भोजन की उपज में वृद्धि करते हैं

  • Removing Jeans

GENITICALLY MODIFICATION संशोधन के माध्यम से कार्य कम या बंद हो जाता है उदा। एक वायरस का कार्य जो सूखे का कारण बनता है और Gene के हिस्से को हटाकर टमाटर के धब्बे कम हो जाते हैं, इस प्रकार वायरस को पुन: उत्पन्न नहीं किया जा सकता है और टमाटर स्वस्थ रूप से विकसित हो सकता है

  •  Changing the process of Catabolism

 glutinous rice में स्टार्च के प्रतिशत को नियंत्रित करने जैसे Catabolism process को बदलकर भोजन को बढ़ाया जा सकता है और इसमें स्वाद द्रव्यमान रंग और भोजन की उपयोगिता को नियंत्रित करना भी शामिल है।

 Genetically modified (GM) foods के प्रकार 

पहले वैज्ञानिक इस विधि का प्रयोग सिर्फ फसल की मात्रा को बढ़ाने के लिए उपयोग करते थे परन्तु हमारे वैज्ञानिको का समयानुसार परिवर्तन हुआ तो ये आवस्यकतानुसार होने लगा।

  • HERBICIDES TOLERANCE 

किसान पहले अपनी फसलों को खरपतवार से बचाने के लिए रासायनिकों का  प्रयोग करते थे परंतु उनकी फसलों को भी कभी-कभी इससे  नुकसान पहुंच जाता था थे जिसका डर किसानों को हमेशा रहता था इसका सही हल Genetically modified (GM) foods के द्वारा निकाला गया और इसके प्रयोग से कई सारी फसलों को  बनाया गया जिनको इन रासायनिकों और HERBICIDES से कोई दिक्कत नहीं होती है और ये इनको सहन कर सकते है।

  • PESTICIDES RESISTANCE

पहले पौधो  में कीड़े लगने की समस्या सबसे ज्यादा पाई जाती थी तब वैज्ञानिको ने कुछ पौधो  के गुणों को मिलाकर पौधो से ऐसे रसायनो को उत्पन्न किया गया जिससे कीड़ो से पौधो को बचाया जा सके एवं ये रसायनो के सेवन से मनुष्यो एवं को कोई हानि न पहुंचे इस समस्या का हल Genetically modified में समंभव हो सका है ये रसायन स्वंम Genetically modified (GM) foods स्रावित करते है और अपनी सुरक्षा प्रदान करते है जैसे इसके उद्धरण है  सोयाबीन मक्का कपास और सेब आदि।

  • DISEASE RESISTANCE

पहले कुछ पौधो  में बहुत ही अनजान बीमारिया हुआ करती थी जिनका इलाज पता लगाना और उनका इलाज करना दोनों ही बहुत जटिल काम हुआ करता था Genetically modified (GM) foods के आने के बाद इन बीमारियों से बचने में सफलता मिली। इससे पौधो  को उन जीवो बैक्टीरिआ वायरस या उस चीजों से न जिसमे इन बीमारियों से बचने की प्रतिरोधक क्षमता होती है तो इनके इन  Gene का उपयोग खानेमे प्रयोग कर उसमे ये प्रतिरोधक क्षमता उत्पन की जाती है इससे ये होता है की उन पौधो में उस विशेष बीमारी से प्रतिरोधक क्षमता आ जाती है और ये बीमारियो से अपना बचाव स्वंम ही कर लेते है जैसे केला मक्का और पपीता आदि।

  • INCREASE PRODUCTION  

यहाँ पर फसल के पौधो को किसी भी मौसम में डालने एवं किसी भी किसी भी मौसम में ज्यादा से ज्यादा फसल उद्पदन के लिए Genetically Modified Organism के प्रयोग से इन पौधो को बनाया गया जिससे किसी भी स्थिति में पौधे को अपने आप को सुरक्षित रख पाए पहले सिर्फ Genetically Modified Organism फसल की मात्रा को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता था। 

समय के साथ साथ वैज्ञानिको ने किसानो के  जरूरत के अनुसार  प्रयोग करने लगे जैसे फसल को समय से पहले तैयार करना भी इसका ही प्रयोग है।

क्यों किये गए GMO के प्रयोग ?

आज के समय में Genetically Modified Organism की सहायता सेजो फसलों पर काम किये जा रहे है उपभोक्ता के अनुसार उनकी जरूरत के अनुसार बनाया जाताहै जिससे उपभोक्ता की जरूरत को पूरा किया जा सके आज निम्न बिन्दुओ पर Genetically Modified Organism Engineers काम कर रहे है।

  •  IMPROVE THE  TEST AND APPECIRANCE

इस विधि को ENGINEER नै फसलों को बनाने में सफलता प्राप्त की है। जिससे ये उन फसलों के स्वाद और उपयोगिता को बढ़ाते जैसे इनकी पकने की गति धीमी स्वाद को बेहतर देखने में तजा रहने लंम्बे समय तक जैसे Genes को लेन का प्रयास किया जाता है। 

  • ENHANCE NUTRITIONAL VALUE &HEALTH

Genetically Modified Organism प्रक्रिया की सहायता से ENGINEERS  ने फसल ज्यादा गुणी बनाने के लिए सफलता प्राप्त की में  फसल बहुत पोषक  तत्व वाली होती है जो हमारी सेहत को ध्यान में रख के बनाई जाती है और पुरानी खाने की चीजों से उन पोषको को हटाया जाता है जिससे हमें कोई भी खतरा हो सकता था। इसके उदाहरण है आलू चावल आदि। 

  • PHARMACEUTICAL BENEFITS

 इस Genetically Modified Organism  प्रक्रिया के प्रयोग से Engineers ने इनके प्रयोग से बने फसलों में वो गुण प्रदान किये है जिसके उपयोग से हम लोग बहुत सी बीमारियों से अपनी सुरक्षा कर सकेंगे और इन खाने के पदार्थो में बहुत ही ज्यादा मात्रा में विटामिन ,और प्रोटीन भी पाए जाते है जिनमे अभी और भी काम जारी है

कैसे बनाते है Genetically modified (GM) foods?

मैं आपको बताना चाहता हु की ये Genetically Modified Organism Engineers ये Genetically modified (GM) foods बनाने के लिए निम्न steps किये जाते है। 

  • IDENTIFICATION

पहले वैज्ञानिको  को यह तय करना होताहै किवो किन पोधो में किस तरह का गुण  चाहते है वो क्या विशेषता उन पौधो  में लाना चाहते है उससे क्या उत्प्न्न करना है और क्या फायदा होगा इन सभी सवालों को खोजा जाता है एवं पौधो  को तभी बनाना सुरु किया जाता है वो इस पौधे में कीटनाशक क्षमता या रसायनीक क्षमता  या पोषक  तत्वों को बढ़ाना चाहते है 

  •  DNA  का पता लगाना 

वैज्ञानिको को यह पता लगाना होता है की जिस पौधे को वो  Genetically Modified Organism के सहयता से बनाना चाहते है और जिन गुणो को उसमे पाना चाहते है वही गुण किस पौधे में पाए जाते है जिससे उनके डीएनए प्राप्त किया जा सके और आगे का काम प्रारम्भ हो सके। 

  • DNA को निकालना 

हम देखते है की वैज्ञानिक जिस पौधे के गुणो  को विशेषता देना चाहता है उसके उस गुण  का डीएनए निकालना पड़ता है और उसको दूसरे पौधे में डालने के लिए तैयार करना पड़ता है

  • प्रक्रिया करवाना 

निकाले गए Gene/DNA को उस पौधे में डालते है जिसको हम Genetically Modified Organism प्रक्रिया की सहायता से बनाना चाहते थे ये सब काम वैज्ञानिक यंत्रो की सहायता से बारीकी से किया जाता है।

  • GROTH का समय देना

नए पौधे का जो बीज बनाया उसके बड़े होने तक का उसके परिणाम आने तक उसका इंतजार किया जाता है जिससे पता चले की उनका परीक्षण सफल हुआ या नहीं। इन सभी के बाद वैज्ञानिक नै खोज को उनके उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाने की पूर्ण रूप से प्रबंध किया जाता है और इसके सरे गुणों को एवं उपयोग करने की विधि को पूरी तरह समझाया जाता है।  

Genetically modified (GM) foods है खतरनाक 

इन Genetically modified (GM) foods का प्रारम्भ 20 साल पहले से हुआ था, पर आज भी लोग इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते है परन्तु इसका अर्थ ये नहीं किन लोग इसका उपयोग नहीं करते है हाँ आज के समय में Genetically Modified Organism की सहायता से खाने की चीजों का सेवन हम सभी करते है और ये  हमारे घरो में कभी भी मिल जायेगे पर इतना कोई ध्यान नहीं देता यहाँ पर किसी भी जीव का Gene निकाल के किसी भी खाने में प्रयोग किया जाता है जिसको देख के हम निश्चित है की कभी न कभी ये अपना दुष्प्राव जरूर दिखायेगा क्यूंकि ये सिर्फ कहा नहीं जा रहा है अमेरिका की कंपनी के1989 में  प्रयोग से पता चल की  Genetically modified (GM) foods बहुत हानिकरक है, क्यूंकि इनके प्रयोग के दौरान सरे चूहे तक मर गए थेजिनकी मौत का  कारण बहुत साडी अजीब बीमारिया थी तथा 1000 से ज्यादा लोग मरे और विकलांग हो गए थे । ये अमेरिका की ही कंपनी में पता लगाया गया की ये, Genetically modified (GM) foods अपनी सेहत के लिए जानलेवा है। इनके प्रयोग से हमारी जीवनप्रत्याशा कम होती जा रही है। 

FAQ

GMO क्या हैं?

आनुवंशिक रूप से संशोधित जीव (जीएमओ) अनिवार्य रूप से पौधे और जानवर हैं जिनकी आनुवंशिक सामग्री (डीएनए) को इस तरह से बदल दिया गया है जो स्वाभाविक रूप से नहीं होता है। प्रौद्योगिकी को जैव प्रौद्योगिकी, बायोइंजीनियरिंग, पुनः संयोजक डीएनए प्रौद्योगिकी या आनुवंशिक इंजीनियरिंग के रूप में भी जाना जाता है। अक्सर उन्हें बायोटेक फसलों के रूप में जाना जाता है।

GMO किन पदार्थों में होता है?

अल्फाल्फा (पहली रोपण 2011)
कैनोला (अमेरिकी फसल का लगभग 90%)
मकई (2011 में अमेरिकी फसल का लगभग 88%)
कपास (2011 में अमेरिकी फसल का लगभग 90%)
पपीता (अधिकांश हवाई फसल; लगभग 988 एकड़)
सोया (2011 में अमेरिकी फसल का लगभग 94%)
चुकंदर (2010 में अमेरिकी फसल का लगभग 95%)

क्या GMO स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं?

विशिष्ट जीएमओ उनके पास मौजूद उपन्यास जीन संयोजनों के आधार पर हानिकारक हो सकते हैं। 
कोई भी निश्चित रूप से नहीं जानता कि ये नए जीवन रूप भविष्य में कैसे व्यवहार करेंगे

गैर GMO परियोजना क्या है?

गैर-जीएमओ परियोजना प्राकृतिक खाद्य उद्योग द्वारा स्थापित की गई थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जैविक और गैर-जीएमओ खाद्य पदार्थ जीएमओ से मुक्त हों।

क्या GMO खाने के लिए सुरक्षित हैं?

दुखद सच्चाई यह है कि बच्चों के बीच सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में जीएमओ होते हैं। 
अनाज, स्नैक बार, स्नैक बॉक्स, कुकीज, प्रोसेस्ड लंच मीट और पटाखे सभी में बड़ी मात्रा में उच्च जोखिम वाली खाद्य सामग्री होती है,जबकि वैज्ञानिक समुदाय में कई लोग दावा करते हैं कि जीएमओ खाद्य पदार्थ विषाक्त नहीं हैं 

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